जब दिलों में उमंग हो— तो होली है,
जब अपनों का संग हो—तो होली है,
फागुन का आगमन हो—तो होली है,
फूलों के रंग ही रंग हों—तो होली है,
अनेकों व्यंजनों की ख़ुशबू हो—तो होली है,
रंग ही रंग हर ओर हो—तो होली है,
उत्साहित और प्रसन्नचित हों, जब भी—
तभी तो होली है—-
रंगों की होली है, ख़ुशियों की होली है ।
©Chitrangada Sharan
